
12वीं के बाद Nursing का करियर युवाओं के लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। अगर आप भी नर्सिंग में करियर बनाने के इच्छुक हैं, तो इस गाइड में हम आपको बताएंगे कि 12वीं के बाद नर्सिंग की तैयारी कैसे करें 2025 में। इस लेख में नर्सिंग के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की जाएगी, जैसे कि क्या विषय चुनें, प्रवेश परीक्षा के लिए कैसे तैयारी करें, और अन्य जरूरी जानकारी।
Nursing के लिए आवश्यक योग्यताएँ
नर्सिंग में करियर बनाने के लिए कुछ खास योग्यताएँ चाहिए होती हैं। आइए जानते हैं इन आवश्यकताओं के बारे में:
- शैक्षिक योग्यता:
- उम्मीदवार को 12वीं कक्षा में विज्ञान (बॉयोलॉजी, फिजिक्स, केमिस्ट्री) के विषयों के साथ उत्तीर्ण होना चाहिए।
- नर्सिंग कोर्स के लिए न्यूनतम प्रतिशत 50% से 60% होना चाहिए, जो कॉलेज और विश्वविद्यालय के आधार पर बदल सकता है।
- आयु सीमा:
- सामान्य तौर पर, उम्मीदवार की आयु 17 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- हालांकि कुछ संस्थानों में आयु सीमा में छूट भी दी जाती है।
12वीं के बाद Nursing के कोर्स
नर्सिंग के क्षेत्र में कई प्रकार के कोर्स उपलब्ध हैं। इनमें से कुछ प्रमुख कोर्स इस प्रकार हैं:
कोर्स का नाम | अवधि | कोर्स की विशेषता |
---|---|---|
B.Sc Nursing (4 वर्ष) | 4 साल | यह कोर्स अस्पतालों में नर्सिंग के विभिन्न पहलुओं पर आधारित होता है। |
ANM (Auxiliary Nurse Midwife) | 2 साल | यह कोर्स सामान्य नर्सिंग से जुड़ा हुआ होता है और प्राइवेट अस्पतालों में काम करने के लिए उपयुक्त है। |
GNM (General Nursing and Midwifery) | 3 साल | इस कोर्स में रोगियों की देखभाल, शारीरिक उपचार, और दवाइयाँ देने के बारे में सिखाया जाता है। |
12वीं के बाद Nursing की तैयारी कैसे करें 2025 में
1. सही कोर्स का चयन करें
12वीं के बाद नर्सिंग की तैयारी के दौरान सबसे पहला कदम है सही कोर्स का चयन करना। आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आप किस क्षेत्र में नर्सिंग में अपना करियर बनाना चाहते हैं। आप B.Sc Nursing, GNM, या ANM जैसे कोर्स का चुनाव कर सकते हैं।
2. प्रवेश परीक्षा की तैयारी करें
नर्सिंग कॉलेज में प्रवेश पाने के लिए आपको विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करनी होती है। इन परीक्षाओं में कुछ प्रमुख हैं:
- AIIMS Nursing Entrance Exam: यह परीक्षा अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान द्वारा आयोजित की जाती है।
- NEET Nursing: नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट (NEET) से नर्सिंग की प्रवेश परीक्षा होती है।
- JIPMER Nursing: यह परीक्षा जवाहरलाल इंस्टिट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च द्वारा आयोजित होती है।
इन परीक्षाओं की तैयारी के लिए आपको अच्छी योजना बनानी होगी और समय-समय पर मॉक टेस्ट भी देने चाहिए।
3. नर्सिंग विषयों पर गहरी समझ बनाएं
नर्सिंग के कोर्स में विभिन्न विषय होते हैं, जिनमें शारीरिक रचनाएँ, रोगों का उपचार, और नर्सिंग तकनीक शामिल हैं। इन्हें समझने के लिए आपको ध्यान केंद्रित करके पढ़ाई करनी होगी। इसके लिए निम्नलिखित विषयों का अध्ययन करें:
- बॉयोलॉजी: शरीर के अंगों, कोशिकाओं और शारीरिक प्रक्रियाओं के बारे में समझें।
- फिजिक्स: नर्सिंग में फिजिक्स की भूमिका भी महत्वपूर्ण है, जैसे कि मेडिकल उपकरणों का सही उपयोग।
- केमिस्ट्री: दवाइयों और उनकी क्रियावली को समझने के लिए केमिस्ट्री का ज्ञान होना आवश्यक है।
4. परीक्षा की तैयारी के लिए एक टाइम टेबल बनाएं
अच्छी तैयारी के लिए एक टाइम टेबल बनाना बेहद महत्वपूर्ण है। इससे आपको अपने समय का सही प्रबंधन करने में मदद मिलेगी। परीक्षा के लिए तयारी करते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
- दैनिक अध्ययन: हर दिन कम से कम 4-5 घंटे का समय पढ़ाई के लिए निकालें।
- समय पर ब्रेक लें: लगातार पढ़ाई से थकान हो सकती है, इसलिए बीच-बीच में छोटे ब्रेक जरूर लें।
- मॉक टेस्ट और प्रैक्टिस पेपर: समय-समय पर मॉक टेस्ट और प्रैक्टिस पेपर देकर अपनी तैयारी को परखें।
Nursing के लिए फ्री रिसोर्सेस और स्टडी मटीरियल
आप नर्सिंग के लिए ऑनलाइन भी फ्री अध्ययन सामग्री पा सकते हैं। कुछ प्रमुख रिसोर्सेस में शामिल हैं:
- एनसीईआरटी की किताबें: 12वीं के दौरान पढ़ी गई किताबें नर्सिंग के लिए भी उपयोगी हो सकती हैं।
- ऑनलाइन कोर्स: कई वेबसाइट्स और यूट्यूब चैनल्स पर नर्सिंग से जुड़ी वीडियो लेक्चर्स और कोर्स उपलब्ध हैं।
- मॉक टेस्ट: नर्सिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए ऑनलाइन मॉक टेस्ट उपलब्ध हैं। इन्हें देकर आप अपनी तैयारी का मूल्यांकन कर सकते हैं।
12वीं के बाद Nursing के लिए कुछ अतिरिक्त टिप्स
- स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं: नर्सिंग की तैयारी के दौरान एक स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखना जरूरी है। सही आहार और नियमित व्यायाम से आपको मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने में मदद मिलेगी।
- नौकरी के अवसर: नर्सिंग में करियर के बहुत सारे विकल्प होते हैं, जैसे सरकारी अस्पताल, निजी अस्पताल, नर्सिंग होम, क्लिनिक्स, और मेडिकल रिसर्च सेंटर।
- इंटरव्यू की तैयारी: नर्सिंग के विभिन्न संस्थानों में इंटरव्यू की प्रक्रिया भी होती है, इसलिए इंटरव्यू की तैयारी भी जरूरी है।
12वीं के बाद Nursing करने के लिए क्या करना पड़ता है?
नर्सिंग में करियर बनाने के लिए सबसे पहले आपको यह तय करना होगा कि आप किस प्रकार का नर्सिंग कोर्स करना चाहते हैं। 12वीं के बाद नर्सिंग के प्रमुख कोर्स इस प्रकार हैं:
कोर्स का नाम | अवधि | विशेषताएँ |
---|---|---|
B.Sc Nursing | 4 साल | यह कोर्स अस्पतालों में नर्सिंग के विभिन्न पहलुओं को सिखाता है। |
GNM (General Nursing and Midwifery) | 3 साल | यह कोर्स जनरल नर्सिंग के बारे में होता है, जिसमें रोगियों की देखभाल और उपचार शामिल है। |
ANM (Auxiliary Nurse Midwife) | 2 साल | यह कोर्स छोटे अस्पतालों और नर्सिंग होम्स में काम करने के लिए उपयुक्त है। |
नर्सिंग में क्या-क्या पढ़ना पड़ता है?
नर्सिंग के दौरान आपको शारीरिक स्वास्थ्य, रोगों की पहचान और उपचार, नर्सिंग तकनीक, और मरीजों की देखभाल के बारे में सिखाया जाता है। इसके अतिरिक्त, आपको निम्नलिखित विषयों पर भी ध्यान देना होगा:
- बॉयोलॉजी: शरीर के अंगों, कोशिकाओं, और शारीरिक प्रक्रियाओं का अध्ययन।
- फिजिक्स: नर्सिंग के उपकरणों का सही उपयोग और मेडिकल इंट्रूमेंट्स की कार्यप्रणाली।
- केमिस्ट्री: दवाइयों की क्रियावली और चिकित्सा में उनकी भूमिका।
- नर्सिंग और रोगियों की देखभाल: दवाइयाँ देना, खून चढ़ाना, आपातकालीन देखभाल, मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना आदि।
नर्सिंग के लिए कौन सा पेपर देना पड़ता है?
नर्सिंग में एडमिशन के लिए कई विश्वविद्यालय और संस्थान प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं। कुछ प्रमुख परीक्षाएं इस प्रकार हैं:
- NEET (Nursing): यह परीक्षा नर्सिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है।
- AIIMS Nursing Entrance Exam: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) द्वारा आयोजित की जाती है।
- JIPMER Nursing: यह परीक्षा जिपमर द्वारा आयोजित होती है।
इन परीक्षाओं के माध्यम से आप नर्सिंग कोर्स में प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं।
नर्सिंग की फीस कितनी होती है?
नर्सिंग कोर्स की फीस संस्थान के आधार पर भिन्न हो सकती है। सरकारी कॉलेजों में नर्सिंग की फीस सामान्यतः 30,000 रुपये से लेकर 1,00,000 रुपये तक हो सकती है, जबकि निजी कॉलेजों में यह फीस 1,00,000 रुपये से 2,00,000 रुपये या उससे अधिक हो सकती है।
6 महीने का नर्सिंग कोर्स कौन सा है?
कुछ मेडिकल संस्थान छोटे कोर्स भी प्रदान करते हैं जो नर्सिंग की मूल बातें सिखाते हैं। इन कोर्सों में ANM और Health Worker जैसे कार्यक्रम शामिल हैं। ये 6 महीने से लेकर 1 वर्ष तक के होते हैं।
नर्सिंग का सिलेबस क्या है?
नर्सिंग के विभिन्न कोर्सों के लिए सिलेबस भी अलग-अलग हो सकता है। परंतु, अधिकांश नर्सिंग कोर्सों का सामान्य सिलेबस इस प्रकार होता है:
विषय | विवरण |
---|---|
एनेटॉमी | शरीर के अंगों और उनकी कार्यप्रणाली का अध्ययन। |
फिजियोलॉजी | शरीर के अंगों और उनके कार्यों का अध्ययन। |
नर्सिंग में मानव विकास | बच्चों, वयस्कों और बुजुर्गों की देखभाल और विकास के बारे में अध्ययन। |
मेडिकल-बायोकेमिस्ट्री | शरीर के रासायनिक तत्व और उनका कार्य। |
कम्युनिटी नर्सिंग | समुदाय में नर्सिंग की भूमिका और सामाजिक कार्य। |
सरकारी नर्स कैसे बने?
सरकारी नर्स बनने के लिए सबसे पहले आपको नर्सिंग कोर्स (जैसे B.Sc Nursing या GNM) करना होगा। इसके बाद, आपको सरकारी अस्पतालों या स्वास्थ्य संस्थानों में नौकरी के लिए आवेदन करना होगा। सरकारी नर्सिंग परीक्षा में सफलता प्राप्त करके आप सरकारी नर्स बन सकते हैं।
GNM नर्सिंग कोर्स कितने साल का है?
GNM (General Nursing and Midwifery) कोर्स की अवधि 3 साल होती है। इस कोर्स के दौरान आपको नर्सिंग के विभिन्न पहलुओं जैसे कि मरीजों की देखभाल, दवाइयाँ देना, और शारीरिक उपचार के बारे में सिखाया जाता है।
नर्सिंग में एडमिशन कैसे होता है?
नर्सिंग में एडमिशन पाने के लिए आपको संबंधित प्रवेश परीक्षा पास करनी होती है। इसके बाद, मेरिट के आधार पर आपको कॉलेज या विश्वविद्यालय में प्रवेश मिल सकता है। कुछ संस्थान सीधे इंटरव्यू और योग्यता के आधार पर भी एडमिशन प्रदान करते हैं।
लड़कियों को कौन सा कंप्यूटर कोर्स करना चाहिए?
नर्सिंग के साथ-साथ लड़कियों को कंप्यूटर और मेडिकल रिकॉर्ड्स का ज्ञान भी होना चाहिए। इसके लिए Medical Coding, Health Informatics, और Hospital Management जैसे कोर्सेस उपयोगी हो सकते हैं।
सबसे छोटा मेडिकल कोर्स कौन सा है?
नर्सिंग से जुड़ा ANM (Auxiliary Nurse Midwife) कोर्स सबसे छोटा मेडिकल कोर्स होता है। यह कोर्स 2 साल का होता है और नर्सिंग की मूल बातें सिखाता है।
ANM कितने साल की होती है?
ANM (Auxiliary Nurse Midwife) कोर्स की अवधि 2 साल होती है। इसमें बुनियादी नर्सिंग कौशल और बच्चों, महिलाओं, और वृद्धों की देखभाल की जानकारी दी जाती है।
BSC Nursing के फॉर्म कब भरे जाएंगे 2025 में?
B.Sc Nursing के लिए प्रवेश फॉर्म सामान्यतः मार्च-अप्रैल 2025 में भरे जाएंगे। हालांकि, आपको विश्वविद्यालय या संस्थान की वेबसाइट पर जाकर सही तिथि की पुष्टि करनी चाहिए।
BSC Nursing का पेपर कैसे होता है?
बीएससी नर्सिंग के पेपर में Multiple Choice Questions (MCQs), Short Answer Questions और Practical Exams होते हैं। परीक्षा का उद्देश्य आपके नर्सिंग ज्ञान, तकनीकी कौशल और चिकित्सा ज्ञान को परखने का होता है।
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FAQs:
1. नर्सिंग की पढ़ाई के लिए कौन से विषय जरूरी हैं?
- बॉयोलॉजी, फिजिक्स, और केमिस्ट्री नर्सिंग के लिए जरूरी विषय हैं।
2. क्या नर्सिंग में करियर बनाने के लिए कोई विशेष आयु सीमा है?
- आमतौर पर, नर्सिंग में करियर बनाने के लिए आयु सीमा 17 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
3. नर्सिंग की तैयारी के लिए कौन-कौन सी किताबें पढ़नी चाहिए?
- एनसीईआरटी की किताबें, बॉयोलॉजी की किताबें, और नर्सिंग प्रवेश परीक्षा के लिए विशेष किताबें पढ़नी चाहिए।
4. नर्सिंग की कितनी अवधि होती है?
- नर्सिंग की विभिन्न कोर्सों की अवधि अलग-अलग होती है। B.Sc Nursing 4 वर्ष, GNM 3 वर्ष, और ANM 2 वर्ष का कोर्स होता है।
5. नर्सिंग के बाद नौकरी के क्या विकल्प होते हैं?
- सरकारी और निजी अस्पतालों, नर्सिंग होम्स, क्लिनिक्स, और मेडिकल रिसर्च सेंटर में काम के अवसर होते हैं।